मैं विशाखा अग्रवाल, उम्र २६ वर्ष तो लंबाई ५’६ इंच, गोरा चेहरा तो लालिमा लिए ओंठ, बूब्स तो ३६ डी साईज की ब्रा में कैद रहती थी तो फिगर फिर भी फिट और मेरी गोल गुंबदाकार चूतड की फांकें आपस में टकराकर कर मर्दों को लुभाती थी। मैं एक बच्चे की मां लेकिन एक सेक्सी औरत भी और मेरे पति बिजनेस को फैलाने के लिए फाइनेंस चाहते थे जोकि आलोक करने जा रहा था लेकिन वो सूदखोर बनिया सिर्फ पैसे का भूखा नहीं था बल्कि मेरे खूबसूरत जिस्म का भी दीवाना और एक रात तो पति के कहने पर ही उसके साथ संभोग क्रिया कर बैठी लेकिन सुखद अहसास मिला, दूसरी ओर उसके साथ सेक्स का वीडियो भी बना रखी थी लेकिन फिलहाल तो मुझे गैर मर्द की भूख सी लगी थी और आलोक मेरे पति के गारमेंट्स बिजनेस के लिए ५० लाख रुपया फाइनेंस किया तो मेरे पति विवेक मुझ्से काफी खुश थे, शाम को मैं घर में थी की वो ऑफिस से आए फिर फ्रेश होने चले गए तो मैं उनके लिए कॉफी बनाने गई, इतने में उनकी आवाज आई ” इधर जरा सुनना
( मैं बोली ) अभी आई ” और मैं कॉफी का प्याला लिए उनकी ओर गई फिर कॉफी का प्याला टेबल पर रख सोफा पर बैठ गई तो वो मुझे देख मुस्कुराए ” जानू आलोक तो फाइनेंस कर दिया लेकिन इंट्रेस्ट ज्यादा बोल रहा है
( मैं कॉफी का प्याला उनकी ओर बढ़ाई ) ओह मतलब की मुझे उसके साथ दुबारा
( विवेक मेरे गाल चूम लिया ) तो क्या प्रोब्लम है डार्लिंग, कभी कभार बाहर का खाना खाना चाहिए ताकि स्वाद बदला जा सके
( मैं कॉफी पीने लगी ) कब और कहां
( वो बोला ) आज रात लेकिन होटल ब्लू डायमंड में
( मैं असमंजस में थी ) अच्छा तो क्या कुक्कू पूरी रात अकेले रहेगा
( विवेक बोला ) वो रात १०:०० बजे तुम्हें लेने आएगा फिर दो बजे सुबह तक वापस ड्रॉप कर देगा
( मैं कॉफी पीते हुए बोली ) यहां क्या दिक्कत हुई
( वो बोले ) आलोक घर में और मेरे रहते हुए ये सब नहीं करना चाहता
( मैं बोली ) ठीक है तो मैं खाना बना देती हूं फिर कुक्कू को सुला दूंगी और उधर ही रात बिताऊंगी ” मुझे लगा की कहीं आलोक मेरे साथ संभोग अकेले की बजाय और किसी के साथ तो नहीं करेगा फिर भी मैं तो खुद ही उसके लन्ड की दीवानी थी, खाना बनाई फिर कुक्कू को खाना खिलाकर वाशरूम चली गई और स्नान कर ली, हाल में ही कांख और योनि के बाल साफ़ की थी इसलिए सिर्फ स्नान कर वाशरूम से बाहर आई तो विवेक कुक्कू को सुला रहा था और मैं छाती पर से टॉवल लपेटे खड़ी थी। वार्डरोब से कपड़े निकालने लगी तो विवेक बोला ” कोई सेक्सी ड्रेस पहन लेना
( मैं वार्डरोब से साड़ी पेटीकोट और ब्लाऊज़ निकाल बोली ) होटल में ड्रेस बदल लुंगी फिलहाल तो साड़ी ही पहनूंगी ” और मैं छाती पर से टॉवल हटा ब्रा फिर पेंटी पहन ली, अब पेटीकोट पहनी फिर ब्लाउज, साड़ी ब्राउन कलर की थी और मैं दर्पण के सामने खड़ी हुई बाल संवारने लगी वैसे मैं बॉब कट बाल ही रखती थी, फिलहाल रात के ०९:३० बजे थे तो कुक्कू भी नींद में था और मैं पूछी ” क्या खाना निकाल दूं
( विवेक बोला ) मैं बाद में खाना खा लूंगा वैसे होटल के कमरे में वीडियो मत बनाने लगना
( मैं हंस दी ) ऊहुह्न बिल्कुल नहीं सच कहूं तो उससे मुझे जिस्मानी लगाव हो गया है ” मैं अब बेडरूम से निकल डाइनिंग हॉल चली आई फिर अपने पर्स में देखी की गर्भ निरोधक दवाई है कि नहीं आखिर आलोक के साथ मजा लेना था वो भी सावधानी बरतते हुए, संयोग से दो पिल्स उसमें थी और अब मैं उठकर रूम गई फिर वार्डरोब से एक ड्रेस निकाली तो विवेक मुझे देख पूछा ” तुम मेन गेट का डुप्लिक्ट चाभी रख लेना
( मैं बोली ) जरूर वैसे भी हर चीज की डुप्लीकेट रखनी ही चाहिए
( विवेक थोड़ा उदास सा हो गया ) समझ गया वैसे तेरी इच्छा थी तब ही तो मैं उसे घर लेकर आया
( मैं मुंह ऐंठते हुए बोली ) ओह यार मजाक कर रही थी ” और मैं अब डाइनिंग हॉल में बैठ आलोक का इंतजार करने लगी, तभी विवेक रूम से बाहर आया और बोला ” विशाखा वो तुम्हारा इंतजार बाहर कर रहा है
( मैं उठी फिर सेंडल पहन पर्स लिए गेट खोली ) ओके गुड नाईट ” और मैं लिफ्ट के सहारे ग्राउंड फ्लोर पर आई फिर मेन गेट से बाहर निकली तो एक लाल रंग की सोनाटा कार लगी हुई थी, मैं कार के पास गई तो पीछे का दरवाजा खुला और आलोक बोला ” आईए बैठिए ” और मैं आलोक के बगल में बैठ गई फिर ड्राइवर कार को स्टार्ट किया तो मैं उसके जांघ पर हाथ रख फेरने लगी और आलोक मेरे हाथ को सहलाते हुए मुझे बोला ” योर ड्रेस इज नॉट सो रिवीलिंग
( मैं उसके कान के पास धीमे स्वर में बोली ) इट्स यूज लेस बट आफ्टर सम टाइम ” और फिर कार तेज रफ्तार से नवाबगंज की ओर बढ़ रहा था, मैं चुपचाप आलोक के बगल में बैठ उसके जांघ से लेकर जांघों के बीच के हिस्से को सहला रही थी और कुछ देर में कार होटल के बाहर रुकी तो दोनों कार से बाहर निकले फिर आलोक ड्राइवर को कुछ समझाने लगा और दोनों एक दूसरे के हाथ थामे होटल के रिसेप्शन पर गए जहां की कमरे की चाभी फ्लोर मैनेजर ने दिया, दोनों सीढ़ी के सहारे प्रथम मंजिल पर गए फिर रूम नंबर १०६ का दरवाजा आलोक ने खोला।
रूम में किंग साईज बेड लगी हुई थी तो गर्मी का मौसम इसलिए आलोक ने ए सी ऑन किया, मैं सेंडल उतार कर बेड के किनारे बैठ गई तभी होटल का एक स्टाफ आया ” जी सर कुछ लाना है
( आलोक बोला ) रोयल स्टैग की हाफ बोतल साथ ही कोल्ड ड्रिंक्स और एक पैकेट ५५५ सिगरेट ” वो चला गया तो आलोक मेरे सामने खड़ा हुए गाल पर हाथ फेरने लगा और मैं उसके हाथ पकड़ चूम ली ” जाकर तैयार हो जाओ डार्लिंग
( मैं उठकर खड़ी हुई ) अब कौन सी तैयारी बिल्कुल तेरी बीबी लग रही हूं ” और इतने में मैं आलोक के ओंठ पर चुम्बन दी तो वो मेरे पीठ में हाथ डाले ओंठ चूमने लगा, दोनों एक दूसरे से लिपटे हुए थे की मेरा जीभ आलोक के मुंह में चला गया जिसे वो चूसता हुआ मेरी गोल चूतड को सहलाने लगा, बदन में थोड़ी बहुत सिहरन होने लगी तो आलोक जीभ चूसता हुआ मेरी चूतड के दरार में उंगली रगड़ने लगा, वैसे चूतड तो साड़ी साया और पेंटी के अंदर था फिर मैं उसके चेहरे को पीछे कर जीभ मुंह से निकाल उसके कंधे पर सर रख दी ” आलोक अब तो मेरा पति भी मुझे तेरी बाहों में जाने को कह रहा है काश मेरी शादी नहीं हुई होती
( इतने में किसी ने दरवाजा नॉक किया ) आ जाओ ” और मैं उससे अलग हुए पर्स को टेबल पर रख वाशरूम चली गई, वहां मैं आराम से अपने साड़ी, पेटीकोट और ब्लाउज को उतार खूंटी में टांग दी और अब सिर्फ ब्राउन रंग की ब्रा और पेंटी में खड़ी थी, इंतजार था की आलोक मुझे आवाज दे और मैं उसके साथ ड्रिंक्स लेकर सेक्स करूं तभी आलोक ” आ जाओ बेबी ” मैं सारे कपड़े हाथ में लिए रूम में आई जिसे बेड पर रख उसकी और बढ़ने लगी तो वो बनियान और शॉर्ट्स में बैठ मुझे देख रहा था ” ओह आज तू बिल्कुल एस्कॉर्ट लग रही है क्या मादक जवानी है तेरी
( मैं उसके बगल में बैठ उसके गाल चूम ली ) ड्रिंक्स बनाओ तो फिर ये रानी तेरी हो जाएगी ” और आलोक दो ग्लास में ड्रिंक्स बनाने लगा तो मैं सिगरेट सुलगाई फिर उसके शॉर्ट्स पर हाथ फेरते हुए लन्ड को ऊपर से ही दबा दी ” ओह आउच डार्लिंग ये क्या कर रही हो
( मैं उसके लन्ड को छोड़ ग्लास उठाई फिर ड्रिंक्स लेने लगी ) वही जिसके लिए बुलाए हो सिर्फ सेक्स और कुछ नहीं ” दोनों एक एक पैग पिए फिर दूसरा पैक उसने बनाया तो दूसरा पैक पीते हुए मैं आलोक के शॉर्ट्स को कमर से नीचे कर लन्ड पकड़ ली, गेहूंवा रंग का लन्ड लंबा और मोटा जिसे सहलाते हुए ड्रिंक्स खत्म की फिर उठकर उसके पैर के पास घुटने के बल बैठ गई और उसका शॉर्ट्स पैर से बाहर कर लन्ड को पूरी तरह मुंह में भर चूसने लगी तो आलोक मेरी पीठ पर हाथ फेरता हुआ ब्रा की डोरी को खोल दिया और बूब्स को पकड़े दबाने लगा, उसका लन्ड मेरी मुंह में टाईट होने लगा तो मैं लन्ड मुंह से निकाल उसको चूमने लगी और आलोक ” तू एक नंबर की चुदासी औरत है सही में विवेक किस्मत वाला है की तेरी जैसी औरत उसकी बीबी है ” मैं लन्ड चाटने में लीन थी जोकि पूरी तरह से टाईट हो चुका था तो अंडकोष मानों टेनिस बाल की तरह और मैं लन्ड के सुपाड़ा को नाक से लगा सूंघने लगी फिर मुंह में भर चूसने लगी तो आलोक मेरी चूची दबाते हुए पीठ सहला रहा था।
आलोक के साथ एक रात संभोग क्रिया करके मैं तृप्त हुई थी या यों लगा मानो जिस्म की भूख बढ़ सी गई हो वैसे भी हर रात एक ही के बाहों में थोड़ा बोरिंग लगता है और उस पर भी यदि पति खुद ही गैर मर्द के साथ शारीरिक संबंध बनाने को कहे तो समझो की तेरी चांदी है, पहली बार गैर के सामने नग्न हुई तो बुरा लगा लेकिन उसकी छूवन ने मुझे दीवाना बना दिया, आलोक का लंबा लन्ड मेरी मुंह में था और मैं मुंह का झटका देते हुए मुखमैथुन कर रही थी तो आलोक मेरी चूची के निप्पल को उंगली में लिए मिंज रहा था ” आह उई ओह आआआआह्ह बेबी यू आर सो हॉट चूस चूस कर मेरा लन्ड ढीला कर देगी क्या
( मेरे मुंह से लार टपक रहा था तो मैं लन्ड मुंह से निकाल दी फिर उठकर उसके बगल में बैठ गई ) अब मेरी चूत को चाटो डियर ” वो उठकर वाशरूम चला गया तो मैं सिगरेट सुलगाई फिर फूंकते हुए मस्त थी, आलोक रूम में आया तो मैं बोली ” यार थोड़ी देर उधर का दरवाजा खोल दे ताकि सिगरेट की धुंआ रूम से निकल सके ” और वो दरवाजा खोल दिया फिर मेरे सामने आकर घुटने के बल बैठा हुआ मेरी जांघों को पकड़ा और मैं समझदार की तरह अपने चूतड को सोफा के किनारे कर दी फिर दोनों पैर हवा में लहरा दी जिसे वो अपने कंधे पर रख चेहरा को मेरी जांघों के बीच किया फिर चूत पर चुम्बन देता हुआ मेरी चूची को दबाने लगा ” वाह तेरी चूत की खूबसूरती मानों हीरे की चमक हो
( मैं झेंपकर अपना चेहरा फेर ली ) थैंक्स वैसे मेरी वेजिना क्या हीरे की तरह कीमती है
( वो चूत को चूमकर उसमें उंगली घुसाए कुरेदने लगा साथ ही उसके फांक को चूम रहा था ) अनमोल चूत है तेरी बोल तो एक पर एक बिजनेस मेन की लाइन लगवा दूं
( वो चूत को उंगली से कुरेदता हुआ चूत को जीभ से चाटने लगा और मैं उसके बाल को सहला रही थी ) आह उह उई मैं कोई रण्डी हूं क्या प्लीज अब चोद ना
( वो मेरी ओर देखा ) ऊहूह्न तुम रण्डी नहीं हो लेकिन जवान जिस्म की कीमत होती है, कभी कभार चाहो तो मेरे दोस्तों के साथ
( मेरी चूत से उंगली निकाल उसमें जीभ घुसाए चाटने लगा ) लेकिन आलोक मुझे क्या मिलेगा ” वो मेरी चूत को चाट चाट कर गर्म कर चुका था और मैं ” आह उह उई अब बस कर ना नहीं तो तेरे मुंह में ही मूत दूंगी
( वो जीभ निकाल मेरी ओर देखा ) रानी तेरे जैसी औरत को एक घंटे के लिए २५ से ३० हजार तक मिलेगा वैसे सोचकर बताना ” अब आलोक मेरी चूत जिसकी फांकें मुरब्बे की तरह फूली हुई थी को ओंठो के बीच लेकर चूसने लगा साथ ही मेरे बूब्स को दबाता हुआ मुझे पूरी तरह से कामुक कर चुका था ” आआआआह्हह्ह ऊऊझ अब और नहीं चूस चूस साले कुत्ते मेरी चूत रस छोड़ने को है ” फिर मेरी चूत ने रजधार छोड़ दिया तो मैं थोड़ी सुस्त पड़ गई और उठकर नंगे ही वाशरूम चली गई, मूतने के बाद बुर को साबुन से साफ की और बाहर निकली, मेरा पूरा बदन कामाग्नि की गिरफ्त में था तो मैं रूम में आते ही उसको बोली ” एक ड्रिंक्स और
( उसके बगल में बैठ सिगरेट सुलगाई फिर फूंकते हुए उसके गाल चूम ली ) डार्लिंग खाने में क्या खाओगी
( मैं बोली ) सो क्या होटल का रेस्तरां जल्दी बंद हो जाता है
( वो ड्रिंक्स बनाया ) रात के बारह बजे तक खुला रहता है, जो भी मंगवाना हो सोचकर बता देना
( मैं उसे सिगरेट थमाई और ड्रिंक्स लेते हुए उसके लन्ड को पकड़ सहलाने लगी ) मुझे तो ३-४ ऐसा ही लन्ड चाहिए
( आलोक मेरे गाल चूम लिया ) अभी नहीं पहले मैं और मेरा एक दोस्त यानी की दो दो लन्ड का मजा फिर तीन और चार क्या समझी
( मैं ड्रिंक्स लेकर बैठी हुई थी तो आलोक भी ड्रिंक्स ले चुका था और वो मेरे बूब्स को मुंह में लेने के लिए चेहरा नीचे किया ) क्या आलोक चलो न बेड पर पहले फ्रेंच किस्स तो हो जाए फिर चूसना ना ” लेकिन वो मेरी छाती से लगे स्तनपान कर रहा था और मैं उसके लन्ड को पकड़ हिला रही थी, अब मेरी चूत में मानों कीड़े रेंगने लगे तो मैं उसके पीठ पर नाखून गड़ाते हुए ” आह उह ओह आलोक प्लीज बेड पर अब तो चूत को तेरा लन्ड चाहिए
( वो चूची मुंह से निकाल बोला ) दूसरी चूची चूसने दे फिर बेड पर और फ्रेंच किस्स के बाद तेरी चुदाईं ” मैं काफी खुश थी की मेरे पति अपने बिजनेस एक्सपेंसन में मेरा इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन इससे मुझे डबल फायदा था, एक तो जिस्म को अलौकिक आनंद साथ ही कुछ मुनाफा भी और अब आलोक चूची छोड़ वाशरूम चला गया तो मैं उठकर पर्स से गर्भ निरोधक दवाई निकाली और उसे खाकर बेड पर लेट गई साथ ही एक चादर तन पर डाल ली, आलोक रूम में आया तो मैं ” अब दरवाजा बंद कर दो, रूम की कूलिंग कम हो चुकी है ” और वो दरवाजा बंद कर बेड पर आया फिर मेरे ऊपर लेटकर मेरे रसीले ओंठ को चूमने लगा तो मेरी बाहें उसको अपने पकड़ में कर चुकी थी और अब मैं अपना जीभ उसके मुंह में घुसाई जिसे वो चूसने लगा साथ ही उसके छाती से मेरी बूब्स दब रही थी, बदन पर बदन का दवाब अच्छा लग रहा था तो उसका लन्ड मेरी चूत के दरवाजे पर दस्तक दे चुकी थी। विशाखा के जीवन में पहली बार कोई गैर मर्द आया थी जोकि मुझे काफी मजा दे रहा था, मेरी जीभ चूसते हुए दोनों की सांसें आपस में टकरा रही थी तो मेरी आंखें बंद और चेहरा लाल हो चुका था, अब मैं उसके बाल पकड़ चेहरा पीछे कर दी ” अब मैं चूसूंगी आलोक ” फिर वो अपना जीभ मेरी मुंह में डाल दिया जिसे मैं चूसते हुए मस्त थी, चूत की खुजली से परेशान थी तो उसकी रस भी दुबारा निकलने को थी, इसलिए मैं जल्द ही उसके जीभ को मुंह से निकाल बोली ” अब चूत की आग बुझा दो डियर
( वो मेरे ऊपर से हटा और फिर चादर मेरे तन पर से हटाकर मेरी सपाट पेट को चूमता हुआ जांघों पर हाथ फेरने लगा ) इतनी जल्दी में क्यों हो बेबी पूरी रात तो मेरे साथ हो
( मैं बोली ) सुबह के ३ बजे तक घर ड्रॉप कर देना कहीं कुक्कू बीच में जाग गया तो
( आलोक मेरी कमर को चूमता हुआ जांघों को फैलाया ) पहले मेरा कुक्कू जागा हुआ है उसे दो बार तुम्हारी रानी सुला दे फिर चली जाना ” और अब मेरी चूतड के नीचे तकिया लगाया, चूत पर हाथ फेरने लगा, घुटने के बल हुए उसने अपना लन्ड पकड़े चूत में घुसाने लगा, १/२ लन्ड घुसते ही लगा मानो चूत फट जाएगी तभी वो मेरे एक बूब्स को पकड़े जोर से धक्का दिया ” उई मां मर गई फाड़ दिया मेरी चूत
( आलोक का लन्ड मेरी चूत में गपागप अंदर बाहर होने लगा और वो बैठकर ही चोदे जा रहा था ) अबे साली रण्डी तेरी चूत तो कब की फट चुकी है इसलिए कहता हूं की मेरे दोस्तों से चुदाई का मजा ले और साथ में गिफ्ट भी
( मैं अब चूतड को ऊपर नीचे करने लगी तो वो मेरे बदन पर लेट धकाधक चुदाई करने लगा, मैं उसके ओंठ चूम ली ) क्यों नहीं लेकिन तुम्हारे दोस्तों को मेरे फ्लैट पर आना होगा वो भी दिन में ही समझे ” और उसका लन्ड मेरी कोमल चूत में खंजर की तरह चुभ रहा था तो मैं उसको बाहों में जकड़े चूतड उछाल उछालकर चुदाने में मस्त थी और वो भी धक्का देता हुआ मेरी चूत का पानी निकाल दिया।
मैं उसके ओंठ चूम ली और आलोक मेरे बदन पर से उतर गया फिर मैं उठकर वाशरूम गई और फ्रेश होकर वापस आई तो आलोक बेड पर ही लेटा हुआ था, मैं उसके कमर के पास बैठ लन्ड पकड़े सहलाने लगी तो वो मेरी चूची को पकड़ दबाने लगा ” बेबी अब तू डॉगी स्टाइल में हो जा वैसे कोई प्रोटेक्शन यूज करती हो की नहीं
( मैं बेड पर कोहनी और घुटनों के बल हो गई ) चल अब चुदाई कर वैसे भी गर्भवती हुई तो विवेक ही बाप कहलाएगा तुम नहीं
( आलोक मेरी चूतड के सामने बैठ लन्ड पकड़े चूत में घुसाने लगा ) वो तो है लेकिन प्रोटेक्शन यूज करने में क्या दिक्कत
( उसका आधा लन्ड चूत में घुसा होगा की मैं चूतड को पीछे करते हुए लन्ड निगलने लगी ) यूज कर चुकी हूं डियर तू चुदाई पर ध्यान दे ना ” और वो मेरी कमर को पकड़े जोर से धक्का दिए धकाधक चोदने लगा तो मैं कौन १८ साल की लौंडिया हूं सो चूतड को हिलाते हुए चुदाई का आनंद लेने लगी और आलोक का लन्ड अन्दर बाहर होता हुआ मेरी चूत को तृप्त कर रहा था, चूत की भी विचित्र संकल्पना है, उसे जितना अधिक लन्ड / प्यार मिले उसकी भूख बढ़ती ही जाती है और उसका पूरा तो नहीं २/३ लन्ड चूत में धक्का देते हुए मुझे मजा दे रहा था तो मैं चूतड को स्प्रिंग की तरह हिलाते हुए ” आआह्हह ओह उई और तेज चोद फाड़ दे ना मेरी चूत को साला इतने धीरे चुदाई कर रहा है ” और आलोक मुझे चोदता हुआ हांफने लगा तो मैं चूतड हिलाते हुए पीछे मुड़कर देखी तो वो मेरी छाती से लटकते चूची को पकड़ दबाने लगा ” मजा आ रहा है बेबी
( मैं बोली ) जरूर बहुत ज्यादा वैसे जिस भी दोस्त से मेरी चुदाई कराएगा पहले उसकी तस्वीर जरूर दिखा देना
( वो चोद चोदकर चूत को आग की भट्टी बना चुका था ) जरूर बेबी वैसे दोनों एक साथ तेरी चुदाई करें तो
( मैं मुस्कुराई ) ना बाबा ना उसके साथ अकेले फिर ग्रुप सेक्स ” अब उसका लन्ड मेरी चूत में खंजर की तरह चुभने लगा और चूत तो रेगिस्तान की तरह गर्म हो चुकी थी, मैं कमर स्थिर किए चुदे जा रही थी तो आलोक मेरी चूत में लन्ड पेले जा रहा था ” आह ओह उई आआआआह्हह आलोक अब झाड़ ना क्यों तड़पा रहा है अंदर आग लगी हुई है
( वो पूरे गति से चोदने लगा साथ ही मैं चूतड को हिलाते हुए मस्त थी ) बस दो मिनट और उसके बाद तो घंटे भर का ब्रेक फिर तेरी चुदाई ” और कमरे में पूरी खामोशी थी तो बुर लन्ड के घर्षण से गपागप की आवाज आ रही थी साथ ही मेरी सिसकियां ” ऊहुं आह ओह अब मेरी चूत का रस फिर से निकलेगा
( आलोक ८-१० धक्का जमकर दिया ) आह ओह मेरा निकल गया रानी थोड़ा मुंह में ले ले ” और मेरी चूत वीर्य से लबालब हो गई फिर मैं चूतड को आगे की, उसकी ओर चेहरा किए लन्ड मुंह में भर वीर्य का स्वाद चख ली तो वो मेरे पीठ सहला दिया ” अब छोड़ साली बहुत मजा दी ” फिर मैं बिस्तर पर ही छितरा गई, पूरा बदन दर्द के गिरफ्त में था लेकिन सेक्स की मस्ती चढ़ी हुई थी, आगे रात बाकी है
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