हेलो दोस्तो, मेरा नाम शिल्पी है और मेरी उम्र जब 21 साल थी तब मैं 11वी – 12वी तक अपने बायफ्रेंड राकी के साथ बहुत ज्यादा सेक्स करती थी और अपनी लाइफ इजाए कर रही थी फिर 12वी के बाद दोनों का कालेज अलग हो गया मुझे तो दिल्ली के कालेज मिला लेकिन राकी बंगलौर चला गया फिर मै चुदाई के लिए तरपने लगी। फिर भी हम दोनों फोन पर बात करते और बोलते की जब मिलेंगे तो सेक्स करेंगे
ऐसा ही करते करते 2 महीने कालेज खत्म हो गया।
फिर एक दिन कालेज के बस बैठ कर राकी कि चुदाई याद कर के मुस्कुरा रहे थे तभी सामने से समीर बस में चढ़ा अपने दोस्तों से बात करता हुआ आ रहा था तो समीर को देखकर मेरे मन में हलचल होने लगी तो मैं उससे अपनी चूत चुदवाने की सोचने लगी और इसी बीच मेरा हाथ कब मेरी चूत के ऊपर चला गया मुझे पता नहीं चला।
अचानक से समीर मेरे बगल वाली खाली सीट पर बैठ गया समीर के स्पर्श से मैं गर्म हो गई और मेरी चूत एकदम गीली हो गई।
थोड़ी देर में समीर मुझसे बात करने लगा. उसने अपना नाम बताया समीर भी मेरे ही तरफ जा रहा था जहां मैं जा रही थी. मेरे मन में तो लड्डू फूट रहे थे।
सफर के दौरान हमने बहुत बातें किए और एक दोस्त बन गए फिर मेरा स्टेशन आ गया और मुझे उतारना पड़ा और समीर आगे जाने लगा मगर उसका ख्याल अभी भी मेरे दिमाग से जा नहीं रहा था घर आ कर खाना खा कर रात भर उसके बारे ही सोच रही थी
फिर अगले दिन फिर समीर मुझे कालेज में मिल गया समीर को देखकर मैं बहुत खुश हुई. फिर हमने साथ में कैंटिन गए और एक एक काफी पिए।
फिर समीर ने मुझसे नंबर मांगा तो मैंने बिना रुके अपना नंबर दिया. उस दिन से हम लोग रोज बात करते कभी कभी रात के 2-3 बज जाते. इसी तरह 1 महीना बीत गया. मुझे अब राकी की जगह समीर से बात करना अच्छा लगता था क्योंकि समीर के साथ कालेज में भी रहतीं थीं और घुमना खाना पिना होता था तो मुझे अब समीर से प्यार हो गया।
तो फिर एक दिन कालेज बंद था तो समीर मुझे मिलने के लिए बोला तो मैं बहुत खुश हुई फिर समीर से मिलने से पहले मैने अपनी चूचों पर क्रीम से मालिश की और अपनी चूत के बाल साफ किया क्योंकि मुझे पता था समीर मुझे चोदना चाहता है. मैंने कई बार उसके लंड को मेरे सामने खड़ा होते हुए देखा है जिसे छुपाते हुए समीर बहुत सेक्सी लगता है.
फिर समीर मुझे रास्ते से पिक किया और बोला – कहां जाना है?
मैंने कहा – जहां आपकी मर्ज़ी!
फिर हम उसके दोस्त के फ्लैट पर गए जहां पहले से ही तैयारी पूरी हो चुकी थी.
उसने मुझे जूस दिया और स्वयं भी पीने लगा. बीच बीच में समीर मुझे छू रहा था. मेरी तो चूत गीली हो रही थी क्योंकि 2 महीने से ज्यादा समय मुझे चुदें हुए हो गया था। तो मैं तो लंड के लिए तरप रही थी लेकिन बोल नहीं पा रही थी।
तभी समीऐ जानबूझकर अपना जूस मेरे कपड़ों पर गिरा दिया. मैं समीर का इरादा समझ रही थी और मेरी भी इरादा वहीं था पर समीर को बोली नहीं और मैं वॉशरूम चली गई. समीर भी मेरे पीछे पीछे आ गया।
और जैसे ही मैं पलटी समीर मुझे जोर से किस करने लगा मैं समीर से छुड़ाने का नाटक करने लगी और फिर मैं खुद समीर का साथ देने लगी.
तो समीर अपनी हाथों को मेरे बूब्स पर लेकर गया जिससे मेरी सिसकारियां निकल गई – उंह… आह… अय!
लगभग 5 मिनट तक हम दोनों ने पागलों की तरह किस किया समीर का एक हाथ मेरे बूब्स पर और दूसरा मेरी चूत के ऊपर था. मैं गर्म हो रही थी.
फिर समीर मुझे गोद में उठाया और बिस्तर पे लेकर आया और समीर अपने कपड़े उतार दिया और समीर मेरे सामने बिल्कुल नंगा खड़ा था
उसका 8 इंच का लंड पूरा तन गया था और आगे से लंड का टोपा नहीं था तो मैं समझ गई की समीर एक मुस्लिम लडका है लेकिन मुझे उस से कोई फर्क नहीं पड़ा क्योंकि 2 महीने से ज्यादा समय से मेरी चूत तरप रही थी समीर का लंड राकी से भी बड़ा और मोटा दिख रहा था।
फिर समीर मेरे कपड़े निकालने लगा उसने एक एक करके मेरे सारे कपड़े निकाल दिए. अब मैं भी उसके सामने नंगी थी. समीर मेरे ऊपर चढ़ गया और मुझे किस करने लगा. मैं भी उसको किस करने लगी. उसने अपना हाथ मेरे बूब्स पर रखा और मसलने लगा.
मुझे बहुत मजा आ रहा था और मेरी सिसकारियां पूरे कमरे में गूंज रही थी.
15 मिनट चूसने के बाद उसने अपना लंड मेरे मुंह के सामने खड़ा कर दिया और चूसने को बोला तो मैंने मना कर दिया क्योंकि राखी का भी कभी लंड नहीं चुसी थी पर समीर के ज़िद के कारण मैंने उसका सुपारा मुंह के अंदर लिया पर मुझे अच्छा नहीं लग रहा था तो मैंने निकाल दिया।
फिर समीर अपने लंड को हिलाने लगा तो उसके लंड को देखकर मेरी चूत का मुंह अपने आप खुल गया लंड अंदर लेने के लिए।
फिर समीर ने अपना सुपारा मेरी चूत पर सेट किया और हल्का सा धक्का लगाया तो थोड़ा दर्द हुआ तो समीर अपने लंड को बाहर निकाल दिया क्योंकि राकी से मोटा लंड था तो मेरे दर्द को सुनकर समीर मुझे आई लवयू शिल्पी बोला
तो मैंने समीर को गले लगा लिया जिससे समीर का लन्ड फिर से मेरी चूत से टकराने लगा तो मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और इसी बीच समीर अपना हाथ मेरे गान्ड पर रख दिया और दबाने लगा तो मेरी सिसकारियां निकलने लगी।
कुछ देर बाद समीर के हाथों को पकड़ कर अपने बूब्स पर रखा तो समीर मेरी तरफ प्यार भरी निगाहों से देखने लगा फिर मैं बिना समय गंवाए समीर को किस करने लगी मैंने उसे अपनी बांहों में जकड़ लिए तो भी मुझे अपै बाहों में जकड़ कू मेरे होंठों को चूसने लगा।
इसी तरह लगभग 15 मिनट के लंबी धुएँदार किस करने के बाद मैंने समीर का एक हाथ अपने बूब्स पर और दूसरा अपनी गांड पर रख दिया. वो कुछ बोल पाता इससे पहले मैंने उसे दोबारा किस करना चालू किया.
थोड़ी देर बाद उसने अपना हाथ मेरी गांड पर सहलाना शुरु किया. मैं खुश हो गई मेरा काम जो बन गया था.
फिर समीर मुझे ज़ोर से किस करने लगा, मैं भी उसका साथ दे रही थी. फिर समीर बेड पर लेट कर मेरी चूत को सहलाना शुरु किया. मैं मदहोश होने लगी. मेरी मुंह से मादक सिसकारियां निकलने लगी – आह उम अह.
मैं ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी इसलिए हमें बहुत मज़ा आ रहा था.
उसके बाद उसने अपनी जीभ मेरे चूत में डाला… वो अहसास मैं बयां नहीं कर सकती… मुझे जन्नत का सुख मिल रहा था.
उसने मुझे जीभ से चोदना जारी रखा. धीरे धीरे हम 69 की पोजिशन में आ गए. मैं पहली बार पुरा लंड मुंह में लेकर चूस रही थी वो भी इतना बड़ा लौड़ा… लगभग 7-8 इंच का तो होगा ही!
आज मुझे पहली बार लंड चूसने में बहुत मज़ा आ रहा था और वो मेरी जिंदगी का पहला अहसास था क्योंकि राकी का लंड कभी नहीं चुस्ती थी हमेशा मना कर देती थी
धीरे धीरे मेरा शरीर अकड़ने लगा और मैं उसके मुंह में ही झड़ गई. उसने मेरा सारा पानी पी लिया जैसे राकी पीता था मुझे ऐ खुशी तो राकी के साथ भी बहुत बार मिल चुका है पर मैं 2 महीने से तरप रही थी।
अब बारी मेरी चूत की चुदाई की थी तो समीर अपना लन्ड मेरी चूत पर रखा और रगड़ने लगा तो मेरी तड़प बढ़ती जा रही थी. मैंने उससे कहा – अब देर मत करो समीर… जल्दी से डाल दो… मेरी जान निकल रही है… अब और मत तड़पाओ… अब बस चोद दो मुझे… बहुत दिन बाद मिला है.
फिर समीर देर न करते हुए अपने लंड का सुपारा मेरी चूत पर सेट किया और ज़ोर से धक्का मारा. उसका आधा लंड मेरी चूत में चला गया.
मेरी तो चीख निकल गई. क्योंकि राकी से मोटा लंड था मुझे लगा कोई गर्म रॉड मेरी चूत को फाड़ते हुए अन्दर चला गया है. दर्द से मेरा हाल बेहाल हो गई
फिर उसने अपना हाथ मेरे चूचियों पर रखा और मुझे किस करने लगा. जब मेरा दर्द कम हुआ तब उसने दोबारा धक्का मारा और उसका पूरा लंड मेरी चूत में चला गया.
थोड़ी देर बाद उसने अपना लन्ड आगे पीछे करना चालू किया.
फिर क्या… हम दोनों को जन्नत का सुख मिलने लगा.
ये समीर की पहली बार चुदाई था… वो बड़ी मस्ती से चुदाई कर रहा था.
पूरा कमरा हम दोनों की सिसकारियों से गूंज रहा था ‘आह… अम्म… हम… अह… अय… आह!’
समीर धड़ाधड़ अपना लन्ड मेरी चूत में पेल रहा था. पूरा बेड हम दोनों के चुदाई से हिलने लगा.
इतनी धकापेल चुदाई के बाद मेरा होने वाला था. उसने ये भांप लिया और समीर ज़ोर ज़ोर से धक्का देने लगा. थोड़ी ही देर बाद मेरा पानी निकल गया जिसे उसने चाट कर साफ कर दिया.
फिर उसने मुझे घोड़ी बनाया और पीछे से अपना लन्ड डाल दिया. मेरी आह निकल गई.
उसने गपागप लंड डालना शुरू किया. मेरी चूत गीली हो चुकी थी जिससे कुछ फच फच आवाजें भी आ रही थी.
मैं जोर जोर से चिल्ला रही थी – चोदो मुझे समीर… और ज़ोर से चोदो… जान निकाल दो मेरी… आह… फॅक मी बेबी… और ज़ोर से चोदो… आह… अम्म… अह… उन्ह.
लगभग 15 मिनट के ताबड़तोड़ चुदाई के बाद समीर झड़ने वाला था उसने मुझसे पूछा – कहां निकालूं?
मैंने कहा – चूत में ही निकाल दो
क्योंकि मैं उसे फील करना चाहती थी.
8-10 शॉट लगाने के बाद समीर मेरी चूत में ही झड़ गया.
उसका गर्मागर्म वीर्य पाकर मेरी चूत खिल उठी थी. वो एहसास अभी भी मेरे दिमाग से निकल नहीं पा रहा है समीर मेरे ऊपर ही लेट गया और मेरी चूचियों के साथ खेलने लगा।
उसने मुझे आई लव यू कहा और मेरा धन्यवाद करने लगा.
मैंने भी उसे आई लव यू टू कहा और इस अनोखे अहसास के लिए धन्यवाद दिया.
हम दोनों के चेहरे पर खुशी और सुकून झलक रहा था.
थोड़ी देर बाद उसका लन्ड फिर से खड़ा होने लगा. इस तरह हमने उस पुरे दिन में 5 बार चुदाई की कभी बिस्तर में तो कभी सोफे पे.
हमने अलग अलग पोजिशन ट्राई किया और हमारी चुदाई पुरे दिन भर चलती रही।
इस तरह से हम दोनों ने चुदाई का पूरा पूरा मज़ा लिया और पुरे 4 साल तक कालेज में समीर मुझे चोदता रहा और मैं अपने कालेज में बहुत खुश थी और कभी कभी कालेज की छुट्टी होती थी तो मेरे स्कूल का प्यार और पहला बायफ्रेंड राकी घर आता था तो राकी भी मुझे चोदता था मुझे कभी प्यार की कमी नहीं हुआ और ना ही कभी दूख और दर्द मिला।
कालेज खत्म होने के बाद भी में समीर से मिलती थी और समीर मुझे बहुत मजा देता था और बहुत ज्यादा प्यार करता था कालेज खत्म होने के बाद तक समीर मुझे चोदता था और राखी भी जब घर आता था तो चोदता था। समीर तो बहुत अच्छा था लेकिन मुस्लिम था इस लिए उस से शादी के बारे में नहीं सोचे और राकी मेरे से दूर रहता था तो शादी करने का मन नहीं हुआ
Audio or text Story for this web site : https://dailytoon.in/
Daily New Web series for this website : https://indiandesihd.com/
Daily New Desi Indian Sex videos : https://desivideo49.in/
Leave a Reply